Vaaste Song Lyrics in Hindi and English

  • 2022-04-14 02:24:22

Vaaste is a Romantic hindi song that is sung by Dhvani Bhanushali & Nikhil D’Souza. The song written by Arafat Mehmood, and the music given by Tanishk Bagchi.

Song Highlights

 

Song     

Vaaste

Singer  

Dhvani Bhanushali & Nikhil D’Souza

Music   

Tanishk Bagchi

Lyrics    

Arafat Mehmood

Featuring            

Siddharth Gupta and Anuj Saini

Directed by        

Radhika Rao & Vinay Sapru

Production         

T-Series

Platform

T-Series

 



Lyrics

 

Vaaste Jaan Bhi Du
Main Gawah Emaan Bhi Du
Kismato Ka Likha Mod Du
 
Badle Mein Main Tere
Jo Khuda Khud Bhi De
Jannate Sach Kahu Chhod Du
 
Tumse Zaada Main Na Jaanu
Tumse Khud Ko Main Pehchanu
Tumko Bas Main Apna Maanu Mahiya
 
Vaaste Jaan Bhi Du
Main Gawah Emaan Bhi Du
Kismato Ka Likha Mod Du
 
Tere Alava Koi Bhi Khawish
Nahi Hai Baaki Dil Mein
Kadam Uthau Jaha Bhi Jaau
Tujhi Se Jaau Millne
 
Tere Liye Mera Safar
Tere Bina Main Jaau Kidhar
 
Tumse Zaada Main Na Jaanu
Tumse Khud Ko Main Pehchanu
Tumko Bas Main Apna Maanu Mahiya
 
Vaste Jaan Bhi Du
Main Gawah Emaan Bhi Du
Kismato Ka Likha Mod Du
 
Badle Mein Main Tere
Jo Khuda Khud Bhi De
Jannate Sach Kahu Chhod Du
 
Tu Hi Hai Sawera Mera
Tu Hi Kinara Mera
Tu Hi Hai Dariya Mera
Khuda Ka Jariya Mera
Tujhi Se Hota Shuru
Ye Mera Kaarwan
Tujhi Pe Jaake Khatam
Ye Mera Saara Jaha
 
Vaaste Jaan Bhi Du
Main Gawah Emaan Bhi Du
Kismato Ka Likha Mod Du

 

 

वास्ते जां भी दूँ
मैं गवाँ ईमां भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
 
बदले में मैं तेरे
जो ख़ुदा खुद भी दे
जन्नतें, सच कहूँ छोड़ दूँ
 
तुमसे ज़्यादा मैं ना जानू
तुमसे खुदको मैं पहचानूँ
तुमको बस मैं अपना मानूँ माहिया
 
तुमसे ज़्यादा मैं ना जानू
तुमसे खुदको मैं पहचानूँ
तुमको बस मैं अपना मानूँ माहिया
 
वास्ते जां भी दूँ
मैं गवाँ ईमां भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
 
तेरे अलावा कोई भी ख़्वाहिश
नही है बाक़ी दिल में
कदम उठाऊं जहाँ भी जाऊँ
तुझी से जाऊँ मिल मैं
 
तेरे अलावा कोई भी ख़्वाहिश
नही है बाक़ी दिल में
कदम उठाऊं जहाँ भी जाऊँ
तुझी से जाऊँ मिल मैं
 
तेरे अलावा कोई भी ख़्वाहिश
नही है बाक़ी दिल में
कदम उठाऊं जहाँ भी जाऊँ
तुझी से जाऊँ मिल मैं
 
तेरे लिए मेरा सफ़र
तेरे बिना मैं जाऊँ किधर
 
तुमसे ज़्यादा मैं ना जानू
तुमसे खुदको मैं पहचानू
तुमको बस मैं अपना मानूँ माहिया
 
वास्ते जां भी दूँ
मैं गवाँ ईमां भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ
 
बदले में मैं तेरे
जो ख़ुदा खुद भी दे
जन्नतें, सच कहूँ छोड़ दूँ
 
तू ही सवेरा मेरा
तू ही किनारा मेरा
तू ही है दरिया मेरा
ख़ुदा का ज़रिया मेरा
तुझी से होता शुरू ये मेरा कारवाँ
तुझी पे जाके ख़तम
ये मेरा सारा जहाँ
 
वास्ते जां भी दूँ
मैं गवाँ ईमां भी दूँ
क़िस्मतों का लिखा मोड़ दूँ

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