सोच ऐसी हो कि मोहब्बत हो जाए

  • 2022-04-06 19:53:29


सोचा था नहीं करेंगे अब पोस्ट और शायरियां
लेकिन उनको ऑनलाइन देखा तो अल्फाज बगावत कर बैठे।

मिला होगा वो किसी को बिन मांगे ही
हमे तो इबादत से भी इंतज़ार ही मिला है।

सोच ऐसी हो कि मोहब्बत हो जाए और
मोहब्बत ऐसी हो कि कोई सोच भी ना पाए।
Soch aisi ho ki mohabbat ho jaye aur
mohabbat aisi ho ki koi soch bhi na paye.

आपकी यादें भी कमाल करती हैं
जाने कैसे कैसे सवाल करती हैं
एक पल भी तन्हा नहीं छोड़ती
आपसे ज्यादा यह हमारा ख्याल करती हैं।


बादशाह थे हम अपने मिज़ाज़ के…
कमबख्त इश्क ने तेरे दीदार का फ़कीर बना दिया।

प्यार हो जाता है करता कौन है,
हम तो कर देंगे प्यार में जान भी कुर्बान
लेकिन पता तो चले कि हम से प्यार करता कौन है।

वह अक्सर मुझसे पूछती है कि
तुम कभी मुझे छोड़कर नहीं ना जाओगे
अफसोस इस बात का है कि
काश हमने भी यह सवाल उनसे पूछा होता।

छलकता है कुछ इन आँखों से रोज़..
कुछ प्यार के कतरे होते है.. कुछ दर्द के लम्हें।

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