बेस्ट सैड शायरी
उस रिश्ते को भी निभाया हमने,
जिसमें ना मिलना पहली शर्त थी।
सारी दुनिया की खुशी अपनी जगह..
उन सबके बीच तेरी कमी अपनी जगह।
हम कहीं लिखना भूल न जाएँ,
तुम यूँ ही दिल को दुखाती रहा करो।
अपनों के दिये गम..
कह भी नहीं पाते..
सह भी नहीं पाते..!!
अकेले ही काटना है मुझे ऐ जिन्दगी का सफर,
यूँ पल-दो-पल साथ चलकर मेरी आदत खराब न करो।
वक्त की रवानी ने कुछ इस तरह सबक सिखा डाला,
वफा बाकी रही पर मिजाज-ए-इश्क बदल डाला।
कुछ इस तरह पढे गए हम, जैसे पुराना अखबार थे,
कुछ इस तरह छूट गए हम, जैसे गणित का सवाल थे।।