साथ भीगें बारिश में अब यह मुमकिन नहीं,
चलो भीगतें हैं यादों में, तुम कहीं हम कहीं। ?
शक तो था मोहब्बत में नुकसान होगा
पर.. सारा मेरा ही होगा ये मालूम न था।
Shaq to tha Mohabbat me nuksan hoga,
Par sara mera hi hoga ye maloom na tha..!
पसन्द बदल सकती है
लेकिन प्यार नहीं बदलता। ?
मेरे रूह में इतने गहरे तक उतर गए हो तुम कि
तुम्हें भूलने को मुझे कम से कम इक बार तो मरना ही होगा।
इंतजार हार गया है क्योंकि किसी की जिद,
किसी के दर्द से बड़ी हो गई।
पता नहीं तुम्हें यकीन क्यों नहीं आता
मेरा दिल तुम्हारे सिवा किसी और को नहीं चाहता। ?
हर पल उससे मिलने की चाहत क्यों होती है,
हर पल उसकी ज़रुरत क्यों होती है,
जिसे हम पा नही सकते,
खुदा जाने उसी से मोहब्बत क्यों होती है। ?
मेरी तन्हाइयों में भी वो मेरे साथ चलती हैं,
वो शख़्स कुछ इस क़दर मुझ पर एहसान करती हैं।