Udasi par Shayari, Phir se ek ummid paal bethi hu

  • 2022-04-06 19:53:29

ये आपका चेहरा है या प्याज के छिलके,
एक चेहरा उतारा तो सौ और चेहरे मिले। ?

Udasi par Shayari

फिर से एक उम्मीद पाल बैठी हूँ,
फिर से तेरे पते पर चिट्टी डाल बैठी हूँ। ?

लिखते हैं सदा उन्ही के लिए,
जिन्होंने हमे कभी पढा ही नही। ?

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